अक्टूबर 2 पौड़ी। उत्तराखंड राज्य आंदोलन में शहीद हुए राज्य आंदोलनकारियों को 31 वर्ष बीत जाने पर भी उचित न्याय नहीं मिल पाया हैं। आज *हिमालय क्रांति पार्टी प्रदेश महासचिव दिनेश सिंह बिष्ट* के नेतृत्व में राज्य आंदोलन की 32वीं वर्षी पर पार्टी के क्रांतिवीरों ने बांह पर काली पट्टी बांध कर हाथों में शहीद हुए आंदोलनकारियों को न्याय देने संबंधी तख्ती लेकर पार्टी के जिला कार्यालय से बस अड्डा , धारा रोड होते हुए कलेक्ट्रेट तक मौन जुलूस निकाला तथा कलेक्ट्रेट स्थित स्व. हेमवती नंदन बहुगुणा के मूर्ति स्थल पर धरना प्रदर्शन किया।
इस अवसर पर प्रदेश महासचिव दिनेश सिंह बिष्ट ने कहा कि बड़े दुर्भाग्य की बात है कि आज हमें स्व. लाल बहादुर शास्त्री व महात्मा गांधी की जयंती पर और दशहरा के दिन प्रदेश में अब तक सत्तारूढ़ रही सरकारों द्वारा शहीद हुए राज्य आंदोलनकारियों को न्याय ना दिला पाने के खिलाफ *काला दिवस* मनाना पड़ रहा है। श्री बिष्ट ने राज्य सरकार से मांग रखते हुए कहा कि शाहिद हुए राज्य आंदोलनकारियों के लंबित मुकदमों के त्वरित निस्तारण हेतु एस आई टी गठित कर उनके मामलों को फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाया जाय और उनके परिवारों को उचित आर्थिक सहायता भी प्रदान की जाय ताकि अगले वर्ष से हम काला दिवस ना मना कर *हर्ष दिवस* मनाएं।
से.नि. कॉमेंडेडेंट रवीन्द्र जुयाल ने कहा कि हमें राज्य आंदोलनकारियों की शहादतों को भूलना नहीं चाहिए बल्कि उनके योगदान को चिरस्थाई बनाते हुए नई पीढ़ी को भी अवगत कराना चाहिए ताकि वे भी इस राज्य की समृद्धि हेतु बढ़ चढ़ कर अपना योगदान दे सकें।
धरना प्रदर्शन में प्रतिभाग करने वालों में प्रदेश महासचिव दिनेश सिंह बिष्ट , जिला महासचिव पपेंद्र सिंह रावत , से.नि. कमांडेंट रवींद्र जुयाल ,नगर उपाध्यक्ष द्व्य श्रीमती विमला देवी व सुरेश चमोली , कोट ब्लॉक अध्यक्ष रमेश सिंह बेलवाल , अमन प्याल , पंकज कुमार , अनूप पंवार , गजपाल सिंह रावत , गबर सिंह रावत , जय नंद कोठारी , सुरेन्द्र सिंह नेगी , निशा कुमारी , श्रीमती बबिता देवी ,श्रीमती राधा देवी , श्रीमती नागी देवी ,कांता प्रसाद पोखरियाल , सोबन सिंह रावत व टीटू आदि क्रांतिवीर उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का संचालन जिला महासचिव पपेंद्र सिंह रावत द्वारा किया गया।